महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच मंगलवार को बयानबाजी तेज हो गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 5 साल तक मैं ही मुख्यमंत्री रहूंगा। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री पद को लेकर 50:50 फॉर्मूला जैसा कोई समझौता नहीं हुआ था। फडणवीस का यह बयान शिवसेना नेता संजय राउत के उस बयान के बाद आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे के पास भी सरकार बनाने के विकल्प हैं, लेकिन वे इसे स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते।
- भाजपा के राज्यसभा सांसद संजय काकड़े ने कहा कि शिवसेना के 45 नवनिर्वाचित विधायक मुख्यमंत्री फडणवीस के संपर्क में हैं। काकड़े ने कहा कि यह विधायक भाजपा के साथ गठबंधन चाहते हैं, इसलिए वे उद्धव को फडणवीस के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए मना लेंगे। इसके अलावा शिवसेना के पास कोई चारा नहीं है।
- इसके बाद फडणवीस ने सफाई दी कि लोकसभा चुनाव के समय शिवसेना ने ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन इस पर मेरे सामने कोई फैसला नहीं हुआ। अगर कुछ हुआ भी होगा तो अमित शाह और उद्धव ठाकरे ही तय करेंगे। सरकार बनाने पर अंतिम फैसले के लिए शाह और उद्धव बुधवार को बैठक कर सकते हैं।
- राउत ने फडणवीस के बयान पर कहा, ''मुख्यमंत्री ने खुद 50-50 फॉर्मूला की बात की थी। उद्धवजी ने भी इस बारे में बात की थी। ये सब अमित शाह के सामने हुआ। अगर अब वे कहते हैं कि ऐसी कोई बात नहीं हुई तो मैं ऐसी बातों को प्रणाम करता हूं। वे उस बात को खारिज कर रहे हैं जिसे उन्होंने कैमरे पर कहा था। हमें सच्चाई की परिभाषा बदल देने की जरूरत है।''